Variable In C In Hindi
Variable In C Language In Hindi
वेरिएबल वास्तव में एक स्टोरेज स्पेस का नाम होता है जिसके इस्तेमाल हम अपने प्रोग्राम में कोई भी वैल्यू को स्टोर करने के लिए करते हैं | C का कोई भी वेरिएबल किसी स्पेसिफिक टाइप का ही हो सकता है जिसकी चर्चा हमने पिछले पोस्ट , डाटा टाइप्स इन C , में की थी , जो की उस वेरिएबल की स्टोरेज स्पेस की साइज या लेआउट के बारे में बताता है ।
डाटा टाइप से हम ये जान सकते हैं कि कोई भी वेरिएबल किस रेंज से किस रेंज तक की वैल्यू स्टोर कर सकता है तथा उस पर किस तरह के आपरेशन हो सकते हैं जैसे यदि किसी वेरिएबल का डाटा टाइप int है तो हम ये कह सकते हैं कि
Example –
int i ;
यदि i integer है तो i की स्टोरेज स्पेस 2 से 4 bytes होगी तथा उसमें -32,768 to 32,767 or -2,147,483,648 to 2,147,483,647 तक की वैल्यू स्टोर कर सकते हैं । और चूँकि i int है इसलिए उस पर सभी प्रकार मैथमेटिकल आपरेशन कर सकते हैं । जैसे addition , substraction ,multiplication and division etc.
वेरिएबल का नाम किसी भी letters , digits या अंडरस्कोर से मिला कर बनता है इसमें शुरुआत में करैक्टर या अंडरस्कोर ही हो सकता है | इसमें कैपिटल और स्माल letter अलग अलग माने जाते हैं इसलिए
int Age;
int age;
अलग अलग माना जायेगा । C में बेसिक डाटा टाइप नीचे लिस्ट में दिए गए हैं ।
Type | Description |
---|---|
char | Typically a single octet(one byte). This is an integer type. |
int | The most natural size of integer for the machine. |
float | A single-precision floating point value. |
double | A double-precision floating point value. |
void | Represents the absence of type. |
C लैंग्वेज और भी बहुत से डाटा टाइप को सपोर्ट करते हैं जैसे Pointer , Enumeration , Array , Structure and Union जिनको हम आगे आने वाले पोस्ट में पढ़ेंगे ।
C में वेरिएबल डिफाइन करना – C में वेरिएबल डिफाइन करते समय अपने कमांड के द्वारा हम कम्पाइलर को यह बताते हैं कि किसी वेरिएबल के लिए मेमोरी में कितनी स्पेस रखनी है । वेरिएबल डिफाइन करने के लिए किसी डाटा टाइप का नाम फिर जितने भी वेरिएबल उस टाइप के बनाने हैं उनके कॉमा के साथ लिखते हैं जैसे
Example
Data type variable name separated by comma;
int a, b,c;
char ch , na;
float salary;
ऊपर के उदहारण में a,b,c integer type variable हैं और ch , na char type और salary float type.
वेरिएबल को initialize करना – वेरिएबल में जब कोई वैल्यू स्टोर (assign) की जाती है तो उसको वेरिएबल initialization कहते हैं |
जैसे a = 4; or b = 5;
Data_type variable_name = value;
extern – जब आप एक फाइल में वेरिएबल डिफाइन करके उसे कई फाइल में इस्तेमाल करना चाहते हैं तो इसके लिए extern word डाटा टाइप से पहले इस्तेमाल करना होता है |
Example
extern int age;