Complete Details and Facts About Swachh Bharat Mission | स्वच्छ भारत मिशन योजना

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इस पोस्ट में हम स्वच्छ भारत अभियान ( Swachh Bharat Abhiyan) के बारे मे हमने मे लिखा है। साथ ही हमने बताया है कि स्वच्छ भारत अभियान कब शुरू हुआ?, स्वच्छ भारत मिशन क्या है?, स्वच्छ भारत अभियान का उद्देश्य क्या है?
हमने इस लेख में स्वच्छ भारत मिशन के बारे में पूरी जानकारी देने की कोशिश की है। आप इस पोस्ट को पूरा जरूर पढ़ें ताकि आपको स्वच्छ भारत अभियान से सम्बंधित सभी बातें पता चल सके।

स्वच्छ भारत मिशन योजना (Swachh Bharat Mission)

स्वच्छ भारत अभियान भारत में होने वाले सबसे महत्वपूर्ण और लोकप्रिय मिशनों में से एक है। स्वच्छ भारत अभियान स्वच्छ भारत मिशन का अनुवाद करता है। यह अभियान भारत के सभी शहरों और कस्बों को स्वच्छ बनाने के लिए तैयार किया गया था। यह अभियान भारत सरकार द्वारा प्रशासित किया गया था और प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा पेश किया गया था। इसे महात्मा गांधी के स्वच्छ भारत के दृष्टिकोण का सम्मान करने के लिए 2 अक्टूबर को लॉन्च किया गया था। स्वच्छ भारत अभियान का स्वच्छता अभियान राष्ट्रीय स्तर पर चलाया गया और इसमें ग्रामीण और शहरी सभी कस्बों को शामिल किया गया। इसने लोगों को स्वच्छता के महत्व के बारे में जागरूक करने में एक बड़ी पहल के रूप में कार्य किया।

व्यक्ति के जीवन में स्वच्छता क्यों जरूरी है?(Why is cleanliness important in a person’s life?)

स्वच्छता ना केवल हमारे घर सड़क तक के लिए ही जरूरी नहीं होती है। यह देश ओर राष्ट्र की आवश्यकता होती इससे ना केवल हमारा घर आँगन ही स्वच्छ रहेगा पूरा देश ही स्वच्छ रहेगा। इसी को मद्देनजर रखते हुए भारत सरकार द्वारा चलाई जा रही स्वच्छ भारत अभियान जो कि हमारे देश के प्रत्येक गांव और शहर में पराम्भ की गई है । जो देश के प्रत्येक गली गांव की प्रत्येक सड़कों से लेकर शौचालय का निर्माण कराना और देश के बुनियादी ढांचे को बदलना ही इस अभियान का उद्देश्य है।स्वछता का सीधा सम्बन्ध हमारे शारीरिक एवं मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ा हुआ है। अतः यह कहना गलत नहीं होगा की एक स्वच्छ शरीर में ही एक स्वस्थ मन का निवास होता है, आज से सौ वर्ष पहले महात्मा गाँधी ने एक स्वच्छ भारत का सपना देखा, जो आज साकार हो रहा है।

स्वच्छ भारत अभियान का शुभारंभ (Swachh Bharat Abhiyan launched)

स्वच्छ भारत अभियान कोई ऐसी चीज नहीं है जो रातों-रात हो गई हो। भारत एक बड़ा देश है और इसमें सुधार के लिए सावधानीपूर्वक योजना बनाने की आवश्यकता है। स्वच्छ भारत मिशन से पहले, भारत में पिछले दो स्वच्छता मिशनों ने 2014-2019 के सबसे सफल स्वच्छता अभियान का मार्ग प्रशस्त किया। मार्च 2014 में यूनिसेफ और भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान द्वारा आयोजित एक सम्मेलन में इस अभियान की कल्पना की गई थी। उस वर्ष बाद में, हमारे राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के जन्मदिन पर, स्वच्छ भारत मिशन को हरी झंडी दिखाई गई। यह एक कठिन परियोजना थी जिसके लिए पूरे देश में 90 मिलियन शौचालयों के निर्माण की आवश्यकता थी। मिशन की गंभीरता का अंदाजा तब लगाया जा सकता है जब हम देखते हैं कि सरकार ने परियोजना के लिए 1.96 करोड़ रुपये निर्धारित किए हैं।

स्वच्छ भारत मिशन योजना क्या है (What is Swachh Bharat Mission Plan)

हमारे देश में स्वच्छता पर बिल्कुल भी ध्यान नहीं दिया जाता है। आपने देखा होगा कि हमारे देश का कोई भी बड़ा राज्य हो या शहर हो या फिर गांव हो या फिर कोई गली या मोहल्ला हो – वहां पर भी आपको कूड़ा कचरा  मिलेगा। हमारे देश को स्वच्छ बनाने के लिए भारत सरकार ने एक नई योजना निकाली है, जिसका नाम ‘स्वच्छ भारत अभियान’ रखा गया है। इस अभियान के तहत सभी देशवासियों को इसमें शामिल होने के लिए कहा गया है। स्वच्छ भारत अभियान भारत सरकार द्वारा चलाया गया सबसे महत्वपूर्ण स्वच्छता अभियान है।स्वच्छ भारत मिशन एक व्यापक जन आंदोलन है जो एक स्वच्छ भारत बनाने का प्रयास करता है। यह अभियान आधिकारिक रूप से 1999 से चला रहा है पहले इसका नाम ग्रामीण स्वच्छता अभियान था, लेकिन 1 अप्रैल 2012 को प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने इस योजना में बदलाव करते हुए इस योजना का नाम निर्मल भारत अभियान रख दिया और बाद में सरकार ने इसका पुनर्गठन करते हुए इसका नाम पूर्ण स्वच्छता अभियान कर दिया था।

स्वच्छ भारत अभियान के रूप में 24 सितंबर 2014 को केंद्रीय मंत्रिमंडल से इस को मंजूरी मिल गई। हमारे राष्ट्र के पिता श्री महात्मा गांधी हमेशा स्वच्छ पर जोर देते हैं क्योंकि स्वच्छ भारत स्वस्थ और समृद्ध जीवन की ओर जाता है। इसे ध्यान में रखते हुए, स्वच्छ भारत अभियान का उद्घाटन माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने महात्मा गाँधी जी की 145 वीं जयंती के अवसर पर 2 अक्टूबर 2014 को किया। यह मिशन सभी ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों को कवर करेगा।

स्वच्छता के 2 स्वरूप कौन कौन से हैं? (What are the 2 forms of cleanliness?)

स्वछता के दो रूप है

(1) स्वच्छ भारत ग्रामीण

(2) स्वच्छ भारत शहरी

स्वच्छ भारत शहरी: मिशन का उद्देश्य 1.04 करोड़ परिवारों को लाभान्वित  करते हुए 2.5 लाख समुदायिक शौचालय, 2.6 लाख सार्वजनिक शौचालय, और प्रत्येक शहर में एक ठोस अपशिष्ट प्रबंधन की सुविधा प्रदान करना है। इस कार्यक्रम के तहत आवासीय क्षेत्रों में जहाँ व्यक्तिगत घरेलू शौचालयों का निर्माण करना मुश्किल है वहाँ सामुदायिक शौचालयों का निर्माण करना। पर्यटन स्थलों, बाजारों, बस स्टेशन, रेलवे स्टेशनों जैसे प्रमुख स्थानों पर भी सार्वजनिक शौचालय का निर्माण किया जाएगा। यह कार्यक्रम पाँच साल अवधि में 4401 शहरों में लागू किया जाएगा। कार्यक्रम पर खर्च किये जाने वाले ₹62,009 करोड़ रुपये में केंद्र सरकार की तरफ से ₹14,623 करोड़ रुपये उपलब्ध कराए जाएगें। केंद्र सरकार द्वारा प्राप्त होने वाले ₹14,623 करोड़ रुपयों में से ₹7,366 करोड़ रुपये ठोस अपशिष्ट प्रबंधन पर  4,165 करोड़ रुपये व्यक्तिगत घरेलू शौचालय पर ₹1,828 करोड़ रुपये जनजागरूकता पर और समुदाय शौचालय बनवाये जाने पर 655 करोड़ रुपये खर्च किये जाएंगे। इस कार्यक्रम खुले में शौच, अस्वच्छ शौचालयों को फ्लश शौचालय में परिवर्तित करने, मैला ढ़ोने की प्रथा का उन्मूलन करने, नगरपालिका ठोस अपशिष्ट प्रबंधन और स्वस्थ एवं स्वच्छता से जुड़ीं प्रथाओं के संबंध में लोगों के व्यवहार में परिवर्तन लाना आदि शामिल हैं।

स्वच्छ भारत ग्रामीण : अभियान का उद्देश्य पांच वर्षों में भारत को खुला शौच से मुक्त देश बनाना है। अभियान के तहत देश में लगभग 11 करोड़ 11 लाख शौचालयों के निर्माण के लिए एक लाख चौंतीस हज़ार करोड़ रुपए खर्च किये जाएंगे। बड़े पैमाने पर प्रौद्योगिकी का उपयोग कर ग्रामीण भारत में कचरे का इस्तेमाल उसे पूंजी का रूप देते हुए जैव उर्वरक और ऊर्जा के विभिन्न रूपों में परिवर्तित करने के लिए किया जाएगा। अभियान को युद्ध स्तर पर प्रारंभ कर ग्रामीण आबादी और स्कूल शिक्षकों और छात्रों के बड़े वर्गों के अलावा प्रत्येक स्तर पर इस प्रयास में देश भर की ग्रामीण पंचायत, पंचायत समिति और बहराइच को भी इससे जोड़ना है। अभियान के एक भाग के रूप में प्रत्येक पारिवारिक इकाई के अंतर्गत व्यक्तिगत घरेलू शौचालय की इकाई लागत को ₹10,000 से बढ़ा कर ₹12,000 रुपये कर दिया गया है और इसमें हाथ धोने,शौचालय की सफाई एवं भंडारण को भी शामिल किया गया है। इस तरह के शौचालय के लिए सरकार की तरफ से मिलने वाली सहायता ₹9,000 रुपये और इसमें राज्य सरकार का योगदान ₹3,000 रुपये होगा। जम्मू एवं कश्मीर एवं उत्तरपूर्व राज्यों एवं विशेष दर्जा प्राप्त राज्यों को मिलने वाली सहायता ₹10,800 होगी जिसमें राज्य का योगदान ₹1,200 रुपये होगा। अन्य स्रोतों से अतिरिक्त योगदान करने की स्वीकार्यता होगी।

स्वच्छ भारत मिशन कब शुरू हुआ (When was the Swachh Bharat Mission started?)

भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने 2 अक्टूबर 2014 महात्मा गांधी जी की जयंती को स्वच्छ भारत अभियान की शुरुआत की , स्वच्छ भारत अभियान को भारत मिशन और स्वच्छता अभियान भी कहा जाता है । महात्मा गांधी जी की जयंती के अवसर पर माननीय श्री नरेंद्र मोदी जी महात्मा गांधी जी की 145 वी जयंती के अवसर पर इस अभियान की शुरुआत की

प्रधानमंत्री स्वच्छ भारत मिशन योजना (Prime Minister’s Swachh Bharat Mission Scheme)

स्वच्छ भारत अभियान  सरकार द्वारा आरम्भ किया गया राष्ट्रीय स्तर का अभियान है जिसका उद्देश्य गलियों, सड़कों तथा स्वच्छ भारत अभियान  भारत सरकार द्वारा आरम्भ किया गया राष्ट्रीय स्तर का अभियान है जिसका उद्देश्य गलियों, सड़कों तथा इंफ्रास्ट्रक्चर  को साफ-सुथरा करना और वेस्ट मटेरियल को  साफ रखना है। यह अभियान 2 अक्टूबर, 2014 को आरम्भ किया गया। राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी ने देश को बंधन  से मुक्त कराया, परन्तु ‘स्वच्छ भारत’ का उनका सपना पूरा नहीं हुआ। महात्मा गांधी ने अपने आसपास के लोगों को स्वच्छता बनाए रखने सम्बन्धी शिक्षा प्रदान कर राष्ट्र को संदेश  दिया था।

स्वच्छ भारत का उद्देश्य व्यक्ति, एक साथ भारी संख्या में एक स्थान पर होना और सामुदायिक शौचालयों के निर्माण के माध्यम से खुले में शौच की समस्या को कम करना या समाप्त करना है। स्वच्छ भारत मिशन विसर्जन उपयोग की निगरानी के जवाबदेह तन्त्र को स्थापित करने की भी एक पहल सरकार ने 2 अक्टूबर 2019, महात्मा गांधी के जन्म की 150वीं वर्षगाँठ तक ग्रामीण भारत में 1.96 लाख करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से 1.2 करोड़ शौचालयों का निर्माण करके खुले में शौंच मुक्त भारत (ओडीएफ) को हासिल करने का लक्ष्य रखा है। को साफ-सुथरा करना और कूड़ा साफ रखना है। यह अभियान 2 अक्टूबर, 2014 को आरम्भ किया गया। राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी ने देश को दासता से मुक्त कराया, परन्तु ‘स्वच्छ भारत’ का उनका सपना पूरा नहीं हुआ। महात्मा गांधी ने अपने आसपास के लोगों को स्वच्छता बनाए रखने सम्बन्धी शिक्षा प्रदान कर राष्ट्र को एक उत्कृष्ट सन्देश दिया था।

स्वच्छ भारत मिशन योजना 2019 (Swachh Bharat Mission Scheme 2019)

सार्वभौमिक स्वच्छता प्राप्त करने के लिए किए जा रहे प्रयासों में तेजी लाने के लिए और स्वच्छता पर ध्यान केंद्रित करने हेतु भारत के प्रधान मंत्री ने 2 अक्टूबर 2014 को स्वच्छ भारत मिशन का आरंभ किया था। मिशन के तहत, भारत में सभी गांवों, ग्राम पंचायतों, जिलों, राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों ने ग्रामीण भारत में 100 मिलियन से अधिक शौचालयों का निर्माण करके 2 अक्टूबर 2019, महात्मा गांधी की 150 वीं जयंती तक स्वयं को “खुले में शौच से मुक्त” (ओडीएफ) घोषित किया। यह सुनिश्चित करने के लिए कि खुले में शौच न करने की प्रथा स्थायी रहे, कोई भी वंचित न रह जाए और ठोस एवं तरल कचरा प्रबंधन की सुविधाएं सुलभ हों, मिशन अब अगले चरण II अर्थात् ओडीएफ-प्लस की ओर अग्रसर है। स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) के दूसरे चरण के तहत ओडीएफ प्लस गतिविधियां ओडीएफ व्यवहार को सुदृढ़ करेंगी और गांवों में ठोस एवं तरल कचरे के सुरक्षित प्रबंधन के लिए मध्यवर्तन करने पर ध्यान केंद्रित करेंगी।

स्वच्छ भारत मिशन योजना 2021 (Swachh Bharat Mission Plan 2021)

स्वच्छ भारत अभियान का उद्देश्य कई सारे लक्ष्यों की प्राप्ति करना है। इस अभियान के तहत सरकार का उद्देस्य  खुले में शौच मुक्त बनाना  है। सरकार अ न हाईजिनिक  शौचालयों को बहाने वाले शौचालय में बदलना चाहती है। सरकार का मिशन हाथों से मल साफ करने की व्यवस्था को पूरी तरफ ख़त्म करना है। लोगो को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करना भी इस मिशन का उद्देश्य है। जन जागरूकता कार्यक्रम से लोगो को जोड़ना, साफ-सफाई की सभी व्यवस्था को नियंत्रित डिजाइन और संचालन की व्यवस्था करना है। वैज्ञानिक प्रक्रिया से म्युनिसिपल ठोस अपशिष्ट का पुनर्चक्रण करना है। इस योजना के तहत अधिक से अधिक पेड़ लगाने का भी लक्ष्य रखा गया है ताकि शुद्ध वायु के स्तर में वृद्धि हो सके।

स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण क्या है? (What is Swachh Bharat Mission Gramin?)

अभियान का उद्देश्य पांच वर्षों में भारत को खुला शौच से मुक्त देश बनाना है। अभियान के तहत देश में लगभग 11 करोड़ 11 लाख शौचालयों के निर्माण के लिए एक लाख चौंतीस हज़ार करोड़ रुपए खर्च किये जाएंगे। बड़े पैमाने पर प्रौद्योगिकी का उपयोग कर ग्रामीण भारत में कचरे का इस्तेमाल उसे पूंजी का रूप देते हुए जैव उर्वरक और ऊर्जा के विभिन्न रूपों में परिवर्तित करने के लिए किया जाएगा। अभियान को युद्ध स्तर पर प्रारंभ कर ग्रामीण आबादी और स्कूल शिक्षकों और छात्रों के बड़े वर्गों के अलावा प्रत्येक स्तर पर इस प्रयास में देश भर की ग्रामीण पंचायत, पंचायत समिति और बहराइच को भी इससे जोड़ना है। अभियान के एक भाग के रूप में प्रत्येक पारिवारिक इकाई के अंतर्गत व्यक्तिगत घरेलू शौचालय की इकाई लागत को ₹10,000 से बढ़ा कर ₹12,000 रुपये कर दिया गया है और इसमें हाथ धोने,शौचालय की सफाई एवं भंडारण को भी शामिल किया गया है। इस तरह के शौचालय के लिए सरकार की तरफ से मिलने वाली सहायता ₹9,000 रुपये और इसमें राज्य सरकार का योगदान ₹3,000 रुपये होगा। जम्मू एवं कश्मीर एवं उत्तरपूर्व राज्यों एवं विशेष दर्जा प्राप्त राज्यों को मिलने वाली सहायता  10,800 होगी जिसमें राज्य का योगदान ₹1,200 रुपये होगा। अन्य स्रोतों से अतिरिक्त योगदान करने की स्वीकार्यता होगी।

स्वच्छ भारत मिशन शहरी क्या है? (What is Swachh Bharat Mission Urban?)

मिशन का उद्देश्य 1.04 करोड़ परिवारों को लाभान्वित  करते हुए 2.5 लाख समुदायिक शौचालय, 2.6 लाख सार्वजनिक शौचालय, और प्रत्येक शहर में एक ठोस अपशिष्ट प्रबंधन की सुविधा प्रदान करना है। इस कार्यक्रम के तहत आवासीय क्षेत्रों में जहाँ व्यक्तिगत घरेलू शौचालयों का निर्माण करना मुश्किल है वहाँ सामुदायिक शौचालयों का निर्माण करना। पर्यटन स्थलों, बाजारों, बस स्टेशन, रेलवे स्टेशनों जैसे प्रमुख स्थानों पर भी सार्वजनिक शौचालय का निर्माण किया जाएगा। यह कार्यक्रम पाँच साल अवधि में 4401 शहरों में लागू किया जाएगा। कार्यक्रम पर खर्च किये जाने वाले ₹62,009 करोड़ रुपये में केंद्र सरकार की तरफ से ₹14,623 करोड़ रुपये उपलब्ध कराए जाएगें। केंद्र सरकार द्वारा प्राप्त होने वाले ₹14,623 करोड़ रुपयों में से ₹7,366 करोड़ रुपये ठोस अपशिष्ट प्रबंधन पर  4,165 करोड़ रुपये व्यक्तिगत घरेलू शौचालय पर ₹1,828 करोड़ रुपये जनजागरूकता पर और समुदाय शौचालय बनवाये जाने पर 655 करोड़ रुपये खर्च किये जाएंगे। इस कार्यक्रम खुले में शौच, अस्वच्छ शौचालयों को फ्लश शौचालय में परिवर्तित करने, मैला ढ़ोने की प्रथा का उन्मूलन करने, नगरपालिका ठोस अपशिष्ट प्रबंधन और स्वस्थ एवं स्वच्छता से जुड़ीं प्रथाओं के संबंध में लोगों के व्यवहार में परिवर्तन लाना आदि शामिल हैं।

स्वच्छ भारत मिशन अर्बन 2.0 क्या है? (What is Swachh Bharat Mission Urban 2.0?)

आपको बता दें कि स्वच्छ भारत अभियान-अर्बन 2.0, अमृत 2.0 के तहत देश के अलग-अलग शहरों में साफ पानी, वेस्ट मैनेजमेंट, कचरा मुक्त शहर समेत अन्य क्षेत्रों में निवेश किया जाएगा. करीब 500 शहरों, 4000 कस्बों में इस तरह की सुविधा को आगे बढ़ाया जाएगा, तकनीक का इस्तेमाल किया जाएगा.
इसके तहत 10 करोड़ से ज्यादा शौचालयों का निर्माण किया गया। अब ‘स्वच्छ भारत मिशन-अर्बन 2.0’ का लक्ष्य है कचड़ा मुक्त शहर। यानी शहर को कचरे के ढेर से पूरी तरह मुक्त बनाना। बता दें, अभियान का दूसरा चरण स्वच्छ भारत मिशन अर्बन 2.0 और अमृत 2.0 को शहरों को कचड़ा मुक्त पर पानी को सुरक्षित करने के लिए डिजाइन किया गया है।

100 प्रतिशत तक करना है डेली वेस्ट प्रोसेस
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि 2014 में जब देश ने अभियान शुरू किया था तब हर दिन पैदा होने वाले वेस्ट का 20 प्रतिशत से भी कम प्रोसेस होता था। आज हम करीब 70 प्रतिशत डेली वेस्ट प्रोसेस कर रहे हैं। अब हमें इसे 100 प्रतिशत तक लेकर जाना है। उन्होंने कहा कि मिशन 2.0 के तहत हमें शहरों से कूड़े के पहाड़ों को आधुनिक तकनीकि के जरिए खत्म करना है। यह भी ध्यान देना हे कि सीवेज सिस्टम दुरुस्त हो और घरों से निकलने वाला गंदा पानी नदियों में न मिले। मिशन 2.0 इसी पर आधारित होगा

स्वच्छ भारत मिशन योजना pdf (Clean India Mission Plan Pdf)

स्वच्छ भारत मिशन में अपना नाम कैसे चेक करें? (How to check your name in Swachh Bharat Mission?)

इस अभियान के तहत हर घर शौचालय योजना की शुरुआत की गई थी। इसके अंतर्गत हर घर या घर के निकट शौचालय के निर्माण के उद्देश्य से सब्सिडी प्रदान की गई थी। इसी के तहत शहरी क्षेतो में शौचालय बनाने के लिए 75% सब्सिडी प्रदान की जाती है। ग्रामीण क्षत्रों में ने शौचालय निर्माण के लिए 12000₹ सरकार द्वारा प्रदान किये जाते हैं।

  • इस योजना के लाभ लेने के लिए आपको स्वच्छ भारत अभियान के ऑफिसियल वेबसाइट gov.in पर जाना होगा।इसके होम पेज पर दाहिनी तरफ Applicant Login पर जाकर नीचे में New Aplicant पर क्लिक करें।
  • New Applicant पर क्लिक करते ही एक दूसरा पेज खुल जायेगा। इस पर मांगी गई जानकारी जैसे – नाम, मोबाइल नम्बर, ईमेल, पता, राज्य, पहचान पत्र (वोटर आईडी, पैन, पासपोर्ट, आधार), पहचानपत्र नम्बर एवं कैप्चा कोड भरकर Register पर क्लिक करें।
  • इसके बाद आपका रेजिस्ट्रेशन हो जायेगा।
  • फिर होम पेज पर जाकर लॉगिन आईडी और पासवर्ड भरें। फिर कैप्चा कोड डालकर लॉगिन कर लें।
  • OTP के लिए नीचे One Time Passwrd पर क्लिक करें। यहाँ लॉगिन आईडी और ईमेल डालकर तथा कैप्चा कोड भरकर Send One Time Password पर क्लिक करके प्राप्त कर लें।

स्वच्छता अभियान के अंतर्गत कौन कौन सी योजनाएं चल रही है  (Which schemes are being run under the cleanliness campaign?)

स्वच्छ भारत अभियान भारत सरकार का सबसे महत्त्वपूर्ण स्वच्छता अभियान है। दो उपमिशन, स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) और स्वच्छ भारत मिशन (शहरी) इसके अन्तर्गत आते हैं। दोनों मिशनों का उद्देश्य महात्मा गाँधी की 150वीं वर्षगांठ पर सही रूप में श्रद्धाजंलि देते हुए वर्ष 2019 तक स्वच्छ भारत के लक्ष्य को प्राप्त करना है।

स्वच्छ भारत शहरी के लिए ब्रांड एंबेसडर कौन है? (Who is the brand ambassador for Swachh Bharat Urban?)

वेंकैया नायडू ने विभिन्न क्षेत्रों में ब्रांड एंबेसडर सूचीबद्ध किए

  • राज्ययोगी ब्रह्मकुमारी दादी जानकीजी
  • पवन कल्याण
  • एस पी बालासुब्रह्मण्यम
  • अमला (अभिनेत्री)
  • के कविता
  • गुनुपति वेंकट कृष्ण रेड्डी
  • सुधाला अशोक तेजा
  • पुलेला गोपीचंद (खिलाड़ी)
  • हम्पी कोनेरू
  • गैला जयदेव
  • नितिन
  • वी.वी.एस. लक्ष्मण (खिलाड़ी)
  • जे रामेश्वर राव
  • शिवलाल यादव (राजनीतिज्ञ)
  • बी वी आर मोहन रेड्डी
  • लक्ष्मी मांचू

2 अक्टूबर 2014 को प्रधान मंत्री मोदी ने नौ लोगों को नामांकित किया, जिनमें शामिल हैं:

  • कपिल शर्मा {कॉमेडियन}
  • सौरव गांगुली (खिलाड़ी, भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान)
  • पूर्व आईपीएस अधिकारी किरण बेदी ने अपने ‘स्वच्छ भारत अभियान’ को आगे बढ़ाने के लिए
  • पद्मनाभ आचार्य (नागालैंड के राज्यपाल)
  • सोनल मानसिंह (शास्त्रीय नर्तक)
  • रामोजी राव (इनादु समूह)
  • अरुण पुरी (इंडिया टुडे समूह)

उन्होंने भारत के चार्टर्ड एकाउंटेंट्स संस्थान, इनाडू और इंडिया टुडे सहित कई संगठनों को भी नामित किया, साथ ही साथ मुंबई के डब्बावाले भी, जो शहर के लाखों लोगों को घर का बना खाना पहुंचाते हैं।

8 नवंबर 2014 को, मोदी ने उत्तर प्रदेश को संदेश भेजा और उस राज्य के लिए नौ लोगों का एक और नामांकन किया।

  • अखिलेश यादव (राजनीतिज्ञ)
  • स्वामी रामभद्राचार्य
  • मनोज तिवारी (राजनीतिज्ञ)
  • मोहम्मद कैफ (खिलाड़ी)
  • देवप्रसाद द्विवेदी
  • राजू श्रीवास्तव (कॉमेडियन)
  • सुरेश रैना (खिलाड़ी)
  • कैलाश खेर
  • शिल्पा शेट्टी (अभिनेत्री), फरवरी 2017 से
  • शेखर गुरेरा (कार्टूनिस्ट), जनवरी 2018 से
  • 30 लाख से अधिक सरकारी कर्मचारी और स्कूल और कॉलेज के छात्र इस अभियान में भाग ले रहे हैं।

स्वच्छ भारत अभियान का मुख्य उद्देश्य क्या है? (What is the main objective of Swachh Bharat Abhiyan?)

  • स्‍वच्‍छता, साफ-सफाई तथा खुले में शौच के उन्‍मूलन को बढ़ावा देकर ग्रामीण क्षेत्रों में जीवन की सामान्‍य गुणवत्‍ता में सुधार लाना है।
  • ग्रामीण क्षेत्रों में स्‍वच्‍छता के कवरेज को बढ़ावा देकर दिनांक 02 अक्‍टूबर, 2019 तक स्वच्छ भारत के सपने को साकार करना।
  • जागरूकता लाकर और स्वास्थ्य संबंधी शिक्षा के माध्‍यम से स्‍थायी स्‍वच्‍छता प्रक्रियाएँ और सुविधाएँ अपनाने के लिए समुदायों को प्रेरित करना।
  • पारिस्थितिकीय रूप से सुरक्षित और स्‍थायी स्वच्छता के लिए लागत प्रभावी और उपयुक्त प्रौद्योगिकियों को बढ़ावा देना।
  • ग्रामीण क्षेत्रों में संपूर्ण स्वच्छता लाने के लिए वैज्ञानिक ठोस एवं तरल अपशिष्ट पदार्थ प्रबंधन पर बल देते हुए समुदायिक प्रबंधित स्वच्छता प्रणालियों का आवश्‍यकतानुसार विकास करना।
  • जेंडर पर महत्‍वपूर्ण सकारात्‍मक प्रभाव ड़ालना और विशेषकर सीमांत समुदायों में स्‍वच्‍छता का सुधार करके उन्‍हें समाज से जोड़ने को बढ़ावा देना।
  • अधिक जानकारी के लिए निम्न वेबसाईटों पर जायें – swachhbharaturban.gov.in

साफ शहरों की सूची (Clean Cities List)

भारत सरकार ने 15 फरवरी 2016 को सफाई रैंकिंग जारी की। सफाई सेलेक्शन -2016 में 73 शहरों को सफाई और स्वच्छता के आधार पर स्थान देता है। 10 लाख से अधिक आबादी वाले शहरों की जांच के लिए सर्वेक्षण किया गया था कि वे कितने स्वच्छ या गंदे थे।

सर्वाधिक स्वच्छ 10 नगर

  • इंदौर (लगातार तीन बार सबसे स्वच्छ शहर)
  • भोपाल
  • चंडीगढ़
  • नई दिल्ली
  • विशाखापत्तनम (आंध्र प्रदेश)
  • सूरत (गुजरात)
  • राजकोट (गुजरात)
  • गंगटोक (सिक्किम)
  • पिंपरी चिंचवड (महाराष्ट्र)
  • ग्रेटर मुंबई (महाराष्ट्र)

सूची में अन्तिम के 10 शहर

  • कल्याण डोंबिवली (महाराष्ट्र)
  • वाराणसी (उत्तर प्रदेश)
  • जमशेदपुर (झारखंड)67 गाज़ियाबाद (उत्तर प्रदेश)
  • रायपुर (छत्तीसगढ़)
  • मेरठ (उत्तर प्रदेश)
  • पटना (बिहार)
  •  इटानगर (अरुणाचल प्रदेश)
  •  आसनसोल (पश्चिम बंगाल)
  • धनबाद (झारखंड)

परिणाम (Result)

स्वच्छ भारत मिशन एक बड़ी सफलता थी। भारत एक ऐसा देश था जिसकी छवि खुले में शौच की व्यापक प्रथा के कारण खराब हुई थी। स्वच्छ भारत मिशन के बाद, यूनिसेफ ने पुष्टि की है कि मिशन ने वास्तव में सकारात्मक तरीके से प्रभाव डाला है। लोग अब स्वच्छता और शौचालय के बारे में बात करने में शर्माते नहीं हैं। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक स्वच्छ भारत मिशन की शुरुआत के बाद से अब तक 1028.67 लाख और शौचालय बन चुके हैं। 736 में से 706 जिले खुले में शौच मुक्त हो गए हैं। जिन गांवों में खुले में शौच एक बड़ी समस्या थी, उन्होंने भी मिशन के सकारात्मक प्रभावों की सूचना दी है। भारत में 6,03,175 गांव अब खुले में शौच से मुक्त हैं।

इन्हें अवश्य देखें:

List of Indian Rivers with States Pdf

Indian And International Organisations And Their Headquarters

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