Jharkhand ka Jharkhand naam kyon pada | झारखंड राज्य का नाम झारखंड क्यों पड़ा
क्या आपको पता है कि Jharkhand ka Jharkhand naam kyon pada, झारखण्ड राज्य कब बना, झारखंड की भौगोलिक स्थिति और झारखण्ड का परिचय तो आइये आपको हम notesandproject के इस लेख में विस्तार से झारखंड से सम्बंधित सभी प्रश्नो का उत्तर देते हैं।
Jharkhand ka Jharkhand naam kyon pada | झारखंड राज्य का नाम झारखंड क्यों पड़ा
वैसे तो झारखंड एक आदिवासी बहुल वाला राज्य है यहाँ का ज्यादातर क्षेत्र जंगलो से घिरा हुआ है। और शायद इसी कारण इसका नाम झारखंड रखा गया है।
क्योंकि झार का मतलब होता है झाड़ जंगल और खंड का मतलब होता है टुकड़ा, इसी प्रकार झारखंड का मतलब यानी अर्थ होता है भूमि का एक ऐसा टुकड़ा जो झाड़ जंगल से भरा हुआ है। झारखंड यानी झाड़ जंगल वनों का खंड
झारखण्ड की आबादी | लगभग 32.98 मिलियन है जो भारत की कुल जनसंख्या का 2.72% हैं |
साक्षरता दर | यहाँ की साक्षरता दर 64.4%है। जिसमें से पुरुष साक्षरता दर 76.8% तथा महिला साक्षरता दर 55.4% है। |
लिंगानुपात | यहाँ का लिंगानुपात 948 स्त्री प्रति 1000 पुरुष है। |
जनसंख्या का घनत्व | प्रतिवर्ग किलोमीटर जनसंख्या का घनत्व लगभग 414 है। |
कारखाना | भारत का पहला और विश्व का पाँचवां सबसे बड़ा इस्पात कारखाना टाटा स्टील जमशेदपुर में, बोकारो स्टील प्लांट बोकारो में |
गैस प्लांट | मीथेन गैस का पहला प्लांट। |
झारखण्ड राज्य में चौबीस जिले हैं | कोडरमा जिला, गढवा जिला, गिरीडीह जिला, गुमला जिला, चतरा जिला, जामताड़ा जिला, दुमका जिला, देवघर जिला, गोड्डा जिला, धनबाद जिला, पलामू जिला, पश्चिमी सिंहभूम जिला (मुख्यालय:चाईबासा), पूर्वी सिंहभूम जिला (मुख्यालय: जमशेदपुर), बोकारो जिला, पाकुड़ जिला, राँची जिला, लातेहार जिला, लोहरदग्गा जिला, सराइकेला खरसावाँ जिला, साहिबगंज जिला, सिमडेगा जिला, हजारीबाग जिला, खूंटी जिला और रामगढ़ जिला। |
झारखण्ड से प्राप्त होने वाले खनिज | लोहा, कोयला, माइका, बाक्साइट, फायर-क्ले, ग्रेफाइट, कायनाइट, सेलीमाइट, चूना पत्थर, युरेनियम |
राजकीय पशु | भारतीय हाथी |
झारखण्ड का परिचय
झारखण्ड भारत का एक राज्य है और इसकी राजधानी राँची इसकी है। इसकी सीमाएँ पूर्व में पश्चिम बंगाल, पश्चिम में उत्तर प्रदेश एवं छत्तीसगढ़, उत्तर में बिहार, और दक्षिण में ओड़िशा को छूती हैं।
लगभग सम्पूर्ण प्रदेश छोटानागपुर के पठार पर स्थित है। सम्पूर्ण भारत में वनों के अनुपात में प्रदेश एक अग्रणी राज्य माना जाता है।
बिहार के दक्षिणी भाग को विभाजित कर झारखण्ड प्रदेश का सृजन किया गया था। इस प्रदेश के अन्य बड़े शहरों में धनबाद, बोकारो एवं जमशेदपुर शामिल हैं।
झारखण्ड का इतिहास pdf
झारखंड ब्रिटिश काल में बंगाल प्रेजिडेंसी का हिस्सा रहा और बाद में बिहार राज्य का हिस्सा बनाया गया था. झारखण्ड राज्य की मांग का इतिहास लगभग सौ साल से भी पुराना है जब 1938 इसवी के आसपास जयपाल सिंह जो भारतीय हॉकी खिलाड़ी थे और जिन्होंने खेलों में भारतीय हॉकी टीम के कप्तान का भी दायित्व निभाया था, ने पहली बार तत्कालीन बिहार के दक्षिणी जिलों को मिलाकर झारखंड राज्य बनाने का विचार रखा था।
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झारखण्ड राज्य कब बना
15 नवम्बर, 2000 को झारखंड राज्य को भारत के 28 वें प्रांत के रूप में मान्यता दी गयी।
झारखंड की भौगोलिक स्थिति
लगभग सम्पूर्ण प्रदेश छोटानागपुर के पठार पर स्थित है।
झारखंड का पहले नाम क्या था?
झारखंड को समय समय पर अलग अलग नामों से पुकारा जाता था। जैसे झारखंड को पहले “छोटानागपुर पठार” में बसा होने के कारण इसे “छोटानागपुर प्रदेश” भी बोलते थे । झारखण्ड को “जंगलों का प्रदेश” भी कहा जाता है। मुग़ल काल में इस क्षेत्र को कुकरा नाम से जाना था।। मध्यकाल में इस क्षेत्र को झारखंड के नाम से जाना जाता था।
झारखंड के मतलब क्या होता है?
झार का मतलब होता है झाड़ जंगल और खंड का मतलब होता है टुकड़ा, इसी प्रकार झारखंड का मतलब यानी अर्थ होता है भूमि का एक ऐसा टुकड़ा जो झाड़ जंगल से भरा हुआ है।
झारखंड का राष्ट्रीय मिठाई कौन सी है?
झारखंड और बिहार की पारंपरिक मिठाई का नाम दुधौरी है और इसे चावल की नई फसल के चावल से बनाया जाता है। चावल के आलावा दूध और घी का भी इस्तेमाल किया जाता है।
झारखंड की भाषा क्या है?
हालाँकि हिन्दी झारखंड की राजभाषा है। पर झारखंड में लगभग 26 जनजातियां हैं और इनकी भाषाओं में अंतर है। पर फिर भी संपर्क भाषा हिन्दी, बंगला एवं नागपुरी है।
झारखंड की प्रसिद्ध सब्जी कौन सी है?
झारखंड में बाँस के पौधों के अंकुर हैं जो कि पूरी तरह से खाने योग्य हैं वह झारखंड के मुख्य भोजन का हिस्सा हैं। स्थानीय लोग बाँस की गोली से कई प्रकार के व्यंजन तैयार करते हैं और मुख्य रूप से इसका उपयोग सब्जी के रूप में करते हैं।