Complete Details and Facts About Banking Ombudsman Scheme | बैंकिंग लोकपाल योजना
बैंकिंग लोकपाल योजना, 2006 (Banking Ombudsman Scheme) भारतीय बैंकों के ग्राहकों की शिकायतों एवं समस्याओं को सुलझाने के लिये शुरू की गयी एक योजना है। इसके अन्तर्गत एक ‘बैंकिंग लोकपाल’ की नियुक्ति की जाती है, जो एक अर्ध-न्यायिक प्राधिकारी (Quasi-judicial authority) होता है।बैंक लोकपाल की नियुक्ति ‘रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया’ (RBI) द्वारा की जाती है।
बैंकिंग लोकपाल योजना क्या है (What is Banking Ombudsman Scheme)
बैंकिंग लोकपाल योजना बैंक ग्राहकों के लिए बैंकों द्वारा प्रदान की जाने वाली कुछ सेवाओं से संबंधित शिकायतों के समाधान के लिए एक त्वरित और सस्ता मंच है। बैंकिंग लोकपाल योजना 1995 से आरबीआई द्वारा बैंकिंग विनियमन अधिनियम, 1949 की धारा 35 ए के तहत शुरू की गई है।
सभी अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक, क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक और अनुसूचित प्राथमिक सहकारी बैंक इस योजना के अंतर्गत आते हैं।
आइये जानते हैं बैंकिंग लोकपाल योजना के बारे में कुछ ( Important Facts )
- यह आरबीआई की तीन लोकपाल योजनाओं – 2006 की बैंकिंग लोकपाल योजना, 2018 की एनबीएफसी के लिए लोकपाल योजना और 2019 की डिजिटल लेनदेन की लोकपाल योजना को समाहित करता है।
- एकीकृत लोकपाल योजना भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा विनियमित संस्थाओं द्वारा प्रदान की जाने वाली सेवाओं में कमी से संबंधित ग्राहकों की शिकायतों का निवारण प्रदान करेगी। बैंक, एनबीएफसी (गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियां) और प्रीपेड इंस्ट्रूमेंट प्लेयर अगर ग्राहकों की संतुष्टि के लिए शिकायत का समाधान नहीं किया जाता है या विनियमित इकाई द्वारा 30 दिनों की अवधि के भीतर जवाब नहीं दिया जाता है।
- इसमें गैर-अनुसूचित प्राथमिक सहकारी बैंक भी शामिल हैं जिनकी जमा राशि 50 करोड़ रुपये और उससे अधिक है। एकीकृत योजना इसे “एक राष्ट्र एक लोकपाल’ दृष्टिकोण और क्षेत्राधिकार तटस्थ बनाती है।
NBFC के लिए लोकपाल योजना (ombudsman scheme for nbfc)
वित्त कंपनियों में शिकायत निवारण में सुधार के लिए, भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) उच्च ग्राहक इंटरफ़ेस वाली NBFC के लिए आंतरिक लोकपाल योजना (IOS) शुरू करेगा। इस संबंध में विस्तृत निर्देश (आईओएस योजना) अलग से जारी किए जाएंगे, आरबीआई ने विकास और नियामक नीतियों पर एक बयान में कहा। आरबीआई ने कहा कि एनबीएफसी के लिए आईओएस बैंकों और गैर-बैंक भुगतान प्रणाली प्रतिभागियों के लिए आईओएस की तरह होगा। वित्त कंपनियां सेवा में कमी की शिकायतों की जांच के लिए शिकायत निवारण तंत्र के अलावा एक लोकपाल की नियुक्ति करेंगी।
लोकपाल की शक्तियां (Powers of the Ombudsman)
इस अधिनियम के तहत किसी भी जांच या जांच के उद्देश्य के लिए, लोकपाल के पास वही शक्तियां होंगी जो सिविल प्रक्रिया संहिता, 1908 (केंद्रीय अधिनियम V के केंद्रीय अधिनियम V) 1908) निम्नलिखित मामलों के संबंध में, अर्थात्: – किसी साक्षी को बुलाना और हाजिर कराना और उसकी परीक्षा करना; किसी दस्तावेज़ की खोज और उत्पादन की आवश्यकता; हलफनामों पर साक्ष्य प्राप्त करना; किसी न्यायालय या कार्यालय से किसी सार्वजनिक रिकॉर्ड या उसकी प्रति की मांग करना; गवाह की परीक्षा के लिए कमीशन जारी करना; ऐसी अन्य शक्तियाँ जो विहित हैं; जहां लोकपाल को पता चलता है कि शिकायत में निहित आरोप बिना किसी सार या तुच्छ प्रकृति का है, वह आदेश द्वारा शिकायतकर्ता को आदेश में निर्दिष्ट लागत के रूप में विपरीत पक्ष को भुगतान करने का निर्देश दे सकता है। जहां शिकायत में निहित आरोप स्थानीय स्व-सरकारी संस्थान की निधि के नुकसान या बर्बादी या दुरुपयोग के बारे में है या किसी नागरिक को हुई हानि या असुविधा के संबंध में है, ओम्बड्समैन, जांच के दौरान, सबूत एकत्र कर सकता है, नुकसान का निर्धारण कर सकता है। और अपने आदेश में जिम्मेदार व्यक्ति से वसूल की जाने वाली राशि का निर्देश देता है। यदि लोकपाल द्वारा उप-धारा (2) या उप-धारा (3) के तहत पारित आदेश के अनुसार भुगतान की गई राशि का भुगतान उसके द्वारा निर्दिष्ट अवधि के भीतर नहीं किया जाता है, तो वह राजस्व वसूली कार्यवाही द्वारा वसूली योग्य होगा जैसे कि यह एक था भू-राजस्व का बकाया।
लोकपाल के प्रकार (Types of Ombudsmen)
उद्योग लोकपाल
एक उद्योग लोकपाल, जैसे दूरसंचार या बीमा लोकपाल, उस उद्योग के भीतर काम करने वाली कंपनी से प्राप्त उपभोक्ता के साथ अनुचित व्यवहार के बारे में उपभोक्ता शिकायतों से निपट सकता है। अक्सर — और विशेष रूप से सरकारी स्तर पर — एक लोकपाल उन प्रणालीगत मुद्दों की पहचान करने की कोशिश करेगा, जो सरकार या संस्था द्वारा व्यापक अधिकारों के उल्लंघन या जनता की सेवा की खराब गुणवत्ता का कारण बन सकते हैं।
संगठनात्मक लोकपाल
संगठनात्मक लोकपाल एक बड़ी सार्वजनिक संस्था या अन्य संगठन का अपना लोकपाल हो सकता है—एक उदाहरण कैलिफोर्निया स्वास्थ्य देखभाल सेवाओं का विभाग है। नियुक्ति के आधार पर, एक लोकपाल सेवाओं या अन्य बातचीत के बारे में विशिष्ट शिकायतों की जांच कर सकता है जो एक उपभोक्ता ने संबंधित इकाई के साथ की है।एक संगठन के भीतर एक लोकपाल के पास आंतरिक मुद्दों से निपटने का प्राथमिक कार्य भी हो सकता है, जैसे कि कर्मचारियों द्वारा शिकायतें, या, यदि कोई शैक्षणिक संस्थान, उसके छात्रों द्वारा शिकायतें। शास्त्रीय लोकपाल लोकपाल के कर्तव्य राष्ट्रीय स्तर पर अधिक व्यापक हो सकते हैं। उदाहरण के लिए, कुछ देशों में लोक अधिकारियों द्वारा भ्रष्टाचार या सत्ता के दुरुपयोग जैसे मुद्दों से निपटने के लिए लोकपाल हैं। इसके अलावा, कुछ देशों में लोकपाल हैं जिनका मुख्य कार्य उन देशों के भीतर मानवाधिकारों की रक्षा करना है।
शास्त्रीय लोकपाल
जबकि एक लोकपाल को आमतौर पर सार्वजनिक रूप से नियुक्त किया जाता है, उनके पास अपने कार्य को पूरा करने में आम तौर पर स्वतंत्रता और स्वायत्तता की एक बड़ी डिग्री होगी। यह अधिकारी को शिकायत में शामिल सभी पक्षों के लिए निष्पक्ष और निष्पक्ष तरीके से कार्य करने में सक्षम बनाता है। एडवोकेट लोकपाल एक अधिवक्ता लोकपाल, जैसा कि नाम से पता चलता है, उन लोगों की वकालत करता है जिन्होंने शिकायत दर्ज की है या जिनके साथ शिकायत की चिंता है।
एडवोकेट लोकपाल
1 वे निजी या सार्वजनिक क्षेत्रों में पाए जा सकते हैं लेकिन आमतौर पर दीर्घकालिक देखभाल निवासियों के लिए चैंपियन पाए जाते हैं, बुजुर्ग, अयोग्य, और जिनके पास खुद की वकालत करने की क्षमता नहीं है। मीडिया लोकपाल कई लोगों से परिचित मीडिया या समाचार लोकपाल है जो समाचार रिपोर्टिंग के बारे में शिकायतें प्राप्त करता है।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (Frequently Asked Questions)
1. बैंकिंग लोकपाल योजना 2006 क्या प्रस्तावित करती है ?
बैंकिंग लोकपाल योजना 2006 बैंकों द्वारा दी जा रही कतिपय सेवाओं से संबंधित बैंक ग्राहकों की शिकायतों के समाधान पर कार्रवाई करती है ।
2. क्या बैंकिंग लोकपाल योजना लागू हो गई है ?
यह योजना 1 जनवरी 2006 से लागू है ।
3. बैंकिंग लोकपाल कौन है?
बैंकिग लोकपाल भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा नियुक्त वह व्यति है जो बैंकिंग सेवाओं में कतिपय कमियों के संबंध में ग्राहकों की शिकायतों का समाधान करता है।
4. क्या बैंकिंग लोकपाल को कोई कानूनी अधिकार प्राप्त है ?
बैकिंग लोकपाल अर्द्ध न्यायिक प्राधिकारी है। विचार-विमर्श के माध्यम से शिकायतों के समाधान को सुविधाजनक बनाने के लिए इसे दोनों पक्षों बैंक और ग्राहक को बुलाने का अधिकार है
5. कितने बैंकिंग लोकपालों की नियुक्ति की गई है और वे कहॉं-कहॉं स्थित हैं ?
आज की तारीख तक 15 बैंकिंग लोकपालों की नियुक्ति की गई है जिनके कार्यालय अधिकांशत राज्यों की राजधानियों में स्थित हैं । बैंकिंग लोकपाल कार्यालयों के पते भारतीय रिज़र्व बैंक की वेबसाइट पर उपलब्ध हैं ।
6. बैंकिंग लोकपाल योजना 2006 के अंतर्गत कौनसे बैंक शामिल हैं ?
इस योजना के अंतर्गत सभी अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक, क्षेत्रीय बैंक, और अनुसूचित प्राथमिक सहकारी बैंक शामिल हैं ।
7. नई बैंकिंग लोकपाल योजना, 2006 पुरानी बैंकिंग लोकपाल योजना 2002 से किस प्रकार भिन्न हैं ?
नई योजना का विस्तार और क्षेत्र 2002 की पूर्व योजना से व्यापाक है । नई योजना में शिकायतों का ऑनलाइन प्रस्तुतीकरण भी उपलब्ध हैं । नई योजना लोकपाल द्वारा पारित अधिनिर्णय के विरुद्ध अपील हेतु बैंक तथा शिकायकर्ता दोनों के लिए अतिरित रुप से ‘अपीलीय प्राधिकार’ नामक एक संस्था भी उपलब्ध कराती है।
ख. बैंकिंग लोकपाल के समक्ष शिकायतों के प्रकार
8. बैंकिंग लोकपाल किस प्रकार के मामलों पर विचार कर सकता है ?
बैंकिंग लोकपाल बैंकिंग सेवाओं में निम्मलिखित कमियों के संबंध में किसी भी शिकायत को प्राप्त कर सकता है और विचार कर सकता है
- अदायगी न होना या चेकों, ड्रापूटों, बिलों आदि की वसूली अथवा भुगतान में असाधारण बिलम्ब,
- किसी भी प्रयोजन हेतु अदायगी के लिए प्रदत कम मूल्य वर्ग के नोटों का बिना पर्याप्त कारण के स्वीकार नहीं किया जाना तथा सम्बन्ध में किसी भी तरह का कमीशन वसूल करना,
- सिक्कों को बिना किसी पर्याप्त कराण के स्वीकार ने करना तथा उसके संबंध में कमीशन लेना,
- आवक परेषणों के भुगतान में विलंब अथवा भुगतान न करना,
- ड्राफ्ट, भुगतान आदेश अथवा बैंकर्स चेक जारी करने में विलम्ब अथवा जारी न करना,
- कामकाज के निर्धारित समय का पालन न किया जाना,
- बैंक अथवा उसके सीधे बिक्री एजेंटों द्वारा लिखित रूप में वचन दी गई बैंकिंग सुविधाएँ (ऋणों और अग्रिमों के अतिरिक्त) प्रदान करने में विलम्ब ने कराना,
- बैंक द्वारा अनुरक्षित बचत, चालू या अन्य खाते में जमाराशियों पर लागू ब्याज दर संबंध में रिज़र्व बैंक के निर्देश, यदि कोई हों, का पालन न करना, जमाराशियों का भुगतान न करना, पार्टियों के खातों मे आय जमा न करना विल्म्ब करना,
- निर्यातकों के लिए निर्यात प्राप्तियॉं मिलने, निर्यात बिलों पर कारवाई, बिलों की वसूली आदि में विलंब बशर्ते कि ऐसी शिकायतें बैंक के भारत में परिचालन से संबंधित हों-
- इनकार करने के लिए किसी वैध कारण के बिना जमा खाता खोलने हेतु इनकार,
- ग्राहक को पर्याप्त पूर्व सूचना दिए बिना प्रभार लगाना,
- एटीएम / डेबिट कार्ड परिचालन या क्रेडिट कार्ड परिचालन पर रिज़र्व बैंक के अनुदेशों का बैंक अथवा उनके अनुषंगियों द्वारा अनुपालन न होना,
- पेंशन संवितरण में विलंब अथवा संवितरण न करना (कुछ हद तक इस शिकायत हेतु संबंधित बैंक द्वारा की गई कारवाई के लिए बैंक को उतरदायी ठहरा सकते हैं लेकिन उनके कर्मचारियों के मामले में नहीं),
- रिज़र्व बैंक/ सरकार द्वारा की गई अपेक्षा के अनुसार करों के प्रति भुगतान स्वीकार करने में विलंब अथवा इन्कार करना,
- सरकारी प्रतिभतियाँ जारी करने से इनकार अथवा विलंब, या सेवा प्रदान करने में असमर्थता अथवा सेवा प्रदान करने या शोधन में विलंब,
- बिना पर्याप्त सूचना अथवा बिना पर्याप्त कारण के जमा लेखों को जबरन बंद करना,
- लेखे बंद करने से इनकार या बंद करने में विलंब,
- बैंक द्वारा अपनाई गई बेहतर व्यवहार संहिता का अनुपालन न करना, तथा
- बैंकिंग अथवा अन्य सेवओं के संबंध में रिज़र्व बैंक द्वारा जारी निदेशों के उल्लंघन से संबंधित अन्य कोई मामला ।
- इंटरनेट बैंकिंग सेवाओं में कमी
- बैकों द्वारा यथा अंगीकृत ऋणदाताओं के लिए निष्पक्ष व्यवाहर संहिता अथवा ग्राहकों के लिए बैंकों की प्रतिबद्धता की संहिता के प्रावधानों का पालन नहीं किया जाना
- बैंकों द्वारा वसूली एजंटों की सेवाएँ लेने पर विनियामक दिशानिर्देशों का पालन नहीं किया जाना
9. क्या बैंकिंग लोकपाल अनिवासी भारतीयों की शिकायतों पर विचार कर सकता है ?
हां, बैंकिंग लोकपाल भारत में अपना खाता रखनेवाले अनिवासी भारतीयों से विदेश से उनके विप्रेषणों जमाराशियों और बैंक- संबंधी अन्य मामलों के संबंध में प्राप्त शिकायतों पर विचार कर सकता है।
ग. बैंकिंग लोकपाल को आवेदन करना
10. शिकायतकर्ता कब अपनी शिकायत दर्ज करा सकता है?
वह बैंकिंग लोकपाल के समक्ष तभी शिकायत दर्ज करा सकता है यदि संबंधित बैंक द्वारा उसका अभ्यावेदन प्राप्त करने के बाद बैंक से उसे एक महीने के भीतर जवाब नहीं प्राप्त हुआ है या बैंक ने शिेायत खारि कर दी हे या बैंक द्वारा दिये गये जवाब से शिकायतकर्ता संतुष्ट नहीं हैं ।
इन्हें अवश्य देखें:
List of Indian Rivers with States Pdf
Indian And International Organisations And Their Headquarters
हमारी टीम से कनेक्ट हो कर आप और ज्यादा Study Material प्राप्त कर सकते हैं:
फेसबुक ग्रुप – https://www.facebook.com/groups/howtodosimplethings
फेसबुक पेज – https://www.facebook.com/notesandprojects
व्हाट्सप्प ग्रुप –https://chat.whatsapp.com/38AzahwuMX75wqhAGvgYWI
टेलीग्राम चैनल – https://t.me/notesandprojects
ट्विटर पर फॉलो करें – https://twitter.com/notes_projects
For any query or suggestions, or if you have any specific requirement of any kind of educational content you can use our comment section given below and tell us. As your feedback is very important and useful for us.
Notes And Projects.com आपको आगामी प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए शुभकामनाएं देता है।